पूर्णिया, 30 सितंबर 2025: बिहार के पूर्णिया जिले में सोमवार को एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें तेज रफ्तार कार ने दो लड़कियों को कुचल दिया। पुलिस के मुताबिक, हादसा राज्य राजमार्ग-65, भवानीपुर क्षेत्र के पास उस समय हुआ जब दोनों छात्राएं सड़क किनारे खड़ी होकर बातचीत कर रही थीं और वहीं एक बच्चा भी मौजूद था। दुर्घटना में दोनों लड़कियों की मौत हो गई, जबकि बच्चा गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज सरकारी अस्पताल में जारी है।
पुलिस ने मृतकों की पहचान इस प्रकार की है: नंदिनी कुमारी, सखुआ टोला (धमदाहा प्रखंड) निवासी, जो बीएचयू में बीए की पढ़ाई कर रही थीं, और मोनिका कुमारी, जो जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश की तैयारी कर रही थीं। पुलिस के अनुसार, गंभीर रूप से घायल बच्चे का इलाज अभी चल रहा है।
हादसे ने स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश फैला दिया। पुलिस ने बताया कि लोगों का गुस्सा तब और बढ़ गया, जब भवानीपुर थाने के कर्मियों ने कथित तौर पर दुर्घटना में शामिल वाहन से शराब जब्त करने के बजाय उसे रखने की अनुमति दी। पुलिस और प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है। धमदाहा क्षेत्राधिकारी कुमार रवींद्रनाथ और थाना प्रभारी सरोज कुमार ने कहा, “पूरे घटनाक्रम की पूरी तरह से जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।”
इस बीच, धमदाहा के पूर्व विधायक दिलीप यादव भी मौके पर पहुंचे और लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। उन्होंने प्रशासन से शराबबंदी के बावजूद हो रही शराब की तस्करी पर जवाबदेही तय करने की मांग की। हालांकि, प्रदर्शनकारी राजमार्ग पर डटे रहे और उन्होंने घटना के न्यायपूर्ण समाधान की मांग की।
स्थानीय लोग इस हादसे को सड़क सुरक्षा की अनदेखी और शराब के अवैध सेवन का परिणाम मान रहे हैं। प्रशासन ने जनता को आश्वासन दिया है कि हादसे की जिम्मेदारी तय की जाएगी और भविष्य में सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे।
निष्कर्ष:
पूर्णिया हादसा न केवल एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना है बल्कि यह स्थानीय प्रशासन और कानून व्यवस्था की चुनौतियों को भी उजागर करता है। लोगों का गुस्सा और प्रदर्शन यह दर्शाता है कि वे न्याय और सुरक्षा की उम्मीद रखते हैं।
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