रांची/सीतामढ़ी, 1 अक्टूबर 2025 – झारखंड सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी अविनाश कुमार को राज्य का नया मुख्य सचिव नियुक्त किया है। मंगलवार को कुमार ने निवर्तमान मुख्य सचिव अलका तिवारी से कार्यभार ग्रहण किया। यह राज्य का सबसे बड़ा प्रशासनिक पद है, जिसके सौंपी जाने की खबर से न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे गांव में खुशी की लहर है। दुर्गापूजा के शुभ माहौल में आईएएस कुमार की इस बड़ी उपलब्धि ने ग्रामीणों और परिजनों में उत्साह और गर्व का भाव पैदा कर दिया है।
शिक्षा और प्रारंभिक जीवन
आईएएस अविनाश कुमार मूल रूप से बिहार के सीतामढ़ी जिले के सुरसंड प्रखंड की बिररख पंचायत के बखरी गांव के निवासी हैं। उनके परिवार ने शिक्षा और अनुशासन को प्राथमिकता दी। कुमार ने एम.टेक की डिग्री हासिल की है। उनके पिता तपेश्वर नारायण ठाकुर बोकारो स्टील फैक्टरी में इंजीनियर रहे और रिटायर होने के बाद बोकारो में वकालत करने लगे। उनके बड़े भाई अमिताभ ठाकुर आईपीएस हैं और लखनऊ, यूपी के डीआईजी पद से रिटायर हुए।
परिवार की रोचक पहलू
कुमार परिवार के दो भाइयों की करियर कहानी भी दिलचस्प है। बताया जाता है कि कड़क मिजाज वाले अविनाश कुमार आईपीएस बनना चाहते थे, जबकि शांत स्वभाव वाले बड़े भाई अमिताभ ठाकुर आईएएस की ओर आकर्षित थे। हालांकि नियति ने उल्टा किया और अविनाश कुमार आईएएस बने, जबकि अमिताभ ठाकुर आईपीएस बने। इस अनोखे मोड़ ने दोनों भाइयों की पेशेवर यात्राओं को यादगार बना दिया।
प्रशासनिक अनुभव
आईएएस कुमार 93 बैच के झारखंड कैडर के अधिकारी हैं। उन्होंने राज्य में कई महत्वपूर्ण विभागों की जिम्मेदारी संभाली है। वर्तमान में वे झारखंड सरकार के ऊर्जा विभाग के अपर मुख्य सचिव थे और इसके अलावा कई अन्य विभागों के प्रभार भी संभाल चुके हैं। उनकी कार्यशैली और प्रशासनिक अनुभव को देखते हुए उन्हें राज्य का सबसे बड़ा प्रशासनिक पद सौंपा गया।
गांव और परिवार में खुशी
बखरी गांव के मुखिया और ग्रामीण विनोद शाही ने बताया कि आईएएस कुमार की यह उपलब्धि पूरे गांव के लिए गर्व का क्षण है। गांव में लोग उनके इस प्रशासनिक शिखर तक पहुँचने पर बेहद उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि दुर्गापूजा के शुभ माहौल में यह खुशखबरी और भी खास बन गई है।
कार्यभार ग्रहण
अविनाश कुमार ने मंगलवार को निवर्तमान मुख्य सचिव अलका तिवारी से कार्यभार ग्रहण करते हुए झारखंड के प्रशासनिक मामलों की बागडोर संभाली। अब उनका ध्यान राज्य की योजनाओं, विकास कार्यों और प्रशासनिक सुधारों को और मजबूत बनाने पर रहेगा।
इस नियुक्ति से न केवल उनके परिवार और गांव में बल्कि राज्य के प्रशासनिक क्षेत्र में भी नए उत्साह का संचार हुआ है। आईएएस अविनाश कुमार की यह उपलब्धि प्रशासनिक दक्षता, कड़ी मेहनत और दूरदर्शिता का प्रतीक मानी जा रही है।
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