पटना।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने एक बार फिर छोटे भाई तेजस्वी यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है। कभी खुद को अर्जुन और तेजस्वी को कृष्ण बताने वाले तेज प्रताप ने अब ‘महाभारत’ का जिक्र छोड़कर ‘रामायण’ का उदाहरण दिया है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी को उनसे वही व्यवहार करना चाहिए, जैसा भगवान राम को लक्ष्मण से मिला था।
तेज प्रताप ने कहा, “छोटे भाई होने के नाते उन्हें मर्यादा का पालन करना चाहिए। लक्ष्मण ने हमेशा राम के सम्मान और अनुशासन का ध्यान रखा। आज तेजस्वी को भी वैसा ही करना चाहिए। लेकिन वह ऐसे लोगों के बहकावे में आ रहे हैं, जो जयचंद जैसे हैं।”
संजय यादव पर फिर साधा निशाना
तेज प्रताप का टकराव लंबे समय से तेजस्वी यादव के करीबी सहयोगियों से रहा है। खासकर राज्यसभा सांसद संजय यादव को लेकर वे कई बार नाराजगी जता चुके हैं। उन्होंने एक बार फिर संजय यादव को ‘जयचंद’ करार दिया और कहा कि उनके कारण भाई-भाई के रिश्तों में खटास आई है।
चुनाव मैदान से दिया संदेश
तेज प्रताप यादव ने यह भी साफ कर दिया कि वे आगामी विधानसभा चुनाव में महुआ सीट से चुनाव लड़ेंगे। यह वही सीट है, जहां से उन्होंने 2015 में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी। महुआ विधानसभा क्षेत्र सीधे तेजस्वी यादव के राघोपुर क्षेत्र से सटा हुआ है, ऐसे में इस बार चुनावी मुकाबला दिलचस्प होने की संभावना है।
आरएसएस और धार्मिक विवादों पर प्रतिक्रिया
आरएसएस के शताब्दी समारोह पर बोलते हुए तेज प्रताप यादव ने कहा कि “स्वतंत्रता आंदोलन में आरएसएस की कोई भूमिका नहीं रही। हम गांधीजी के अनुयायी हैं।”
वहीं हाल ही में उठे ‘आई लव मोहम्मद’ विवाद पर उन्होंने कहा कि उनके पास कुरान शरीफ की प्रति है और वे पैगंबर मोहम्मद का गहरा सम्मान करते हैं। उनके अनुसार, “जो लोग विवाद खड़ा कर रहे हैं, वे केवल माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।”
कुल मिलाकर, तेज प्रताप यादव का यह बयान साफ संकेत देता है कि अब उनका राजनीतिक और पारिवारिक संघर्ष महाभारत से रामायण की ओर मुड़ गया है, लेकिन इसके पीछे भी तल्खियों की परछाई साफ दिखाई देती है।
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