भाजपा मंत्री नितिन नबीन का कांग्रेस नेता पर तीखा वार, विदेशी धरती से भारत को बदनाम करने का आरोप
पटना, 4 अक्टूबर 2025:
कांग्रेस नेता राहुल गांधी के कोलंबिया यूनिवर्सिटी में दिए गए हालिया बयानों को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए बिहार सरकार में मंत्री और भाजपा नेता नितिन नबीन ने राहुल गांधी पर करारा प्रहार किया है। उन्होंने कहा कि “लोकतंत्र खतरे में नहीं है, बल्कि राहुल गांधी का भविष्य खतरे में है।”
“हर विदेश यात्रा पर भारत को करते हैं बदनाम”
नितिन नबीन ने राहुल गांधी पर आरोप लगाया कि वह हर बार विदेश जाकर भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था को बदनाम करते हैं। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी जब भी देश से बाहर जाते हैं, तब भारत की आलोचना करने और सरकार को गलत ढंग से पेश करने वाले बयान जरूर देते हैं। यह परंपरा अब आम हो गई है और यह न केवल शर्मनाक है, बल्कि देश की छवि को अंतरराष्ट्रीय मंचों पर नुकसान पहुंचाने वाला भी है।”
“खुद की साख बचाने की कोशिश”
बिहार के मंत्री ने आगे कहा कि राहुल गांधी को अब यह अहसास हो गया है कि भारत में उनकी राजनीतिक ज़मीन खिसक चुकी है। उन्होंने कहा,
“जिस तरह के बयान वह दे रहे हैं, उससे साफ है कि उन्हें अपनी राजनीतिक प्रासंगिकता की चिंता है। लोकतंत्र बिल्कुल सुरक्षित है, लेकिन राहुल गांधी का राजनीतिक भविष्य अब सवालों के घेरे में है।”
“विदेशी धरती से भारत पर हमला दुर्भाग्यपूर्ण”
नितिन नबीन ने यह भी कहा कि देश के अंदर किसी भी मुद्दे पर असहमति या बहस हो सकती है, लेकिन जब कोई नेता विदेशी धरती से अपने देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था पर सवाल उठाता है, तो वह न सिर्फ गैर जिम्मेदाराना हरकत होती है, बल्कि यह राष्ट्रीय हितों के खिलाफ भी माना जाता है।
कांग्रेस की चुप्पी पर भी उठाए सवाल
मंत्री ने यह भी पूछा कि कांग्रेस पार्टी राहुल गांधी के इन बयानों पर स्पष्ट रुख क्यों नहीं अपना रही है। उन्होंने कहा कि पार्टी को साफ करना चाहिए कि क्या यह राहुल गांधी का निजी विचार है या फिर कांग्रेस का आधिकारिक स्टैंड।
पृष्ठभूमि: कोलंबिया यूनिवर्सिटी में राहुल का बयान
बता दें कि हाल ही में राहुल गांधी ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी में एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि भारत में लोकतंत्र खतरे में है और संस्थानों को व्यवस्थित रूप से कमजोर किया जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि देश में अल्पसंख्यकों और विपक्ष के लिए आवाज़ उठाना मुश्किल होता जा रहा है।
राहुल गांधी के इस बयान पर भाजपा ने जोरदार पलटवार किया है और अब यह मामला राजनीतिक बहस का नया मुद्दा बन गया है।
राजनीतिक विश्लेषण:
राहुल गांधी का विदेशी धरती पर दिया गया बयान और उस पर भाजपा की तीखी प्रतिक्रिया यह दिखाता है कि 2025 के राजनीतिक माहौल में राष्ट्रीय अस्मिता, लोकतंत्र और वैश्विक मंचों पर भारत की छवि जैसे मुद्दे एक बार फिर से चुनावी विमर्श का हिस्सा बनने वाले हैं।
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